AMBUJA CEMENT FOUNDATION F
Body Langu
|
Body Language Kya hai (बॉडी लैंग्वेज़
क्या है) ?
बॉडी
लैंग्वेज पढ़ने के कुछ अच्छे तरीके क्या हैं?
What is Body Language? How does it work?
Body
language kya hai : हमारे Gesture (अंग संकेत) व बॉडी पॉश्चर (अंग मुद्रा) को मिलाकर हमारी बॉडी लैंग्वेज बनती
है. हमारे उठने-बैठने का तरीका, हाथ-पांव
और आंखों की गति या eye movement ही बॉडी
लैंगवेज़ कहलाता है.
सभी
इंसान की शारीरिक भाषा यानी बॉडी लैंग्वेज अलग अलग होती है. कोई भी इंसान चाहे
कितनी भी प्यारी प्यारी बातें क्यों न कर ले, उस व्यक्ति का व्यवहार कितना भी अच्छा
क्यों न हो, यदि उसकी बॉडी लैंग्वेज में खोट है तो
इसका सामने वाले पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. और यदि उसकी बॉडी लैंग्वेज परफेक्ट
हो तो सामने वाले का दिल भी जीता जा सकता है. ऐसे में जरूरी है कि हम जो सोच रहे
हैं, जो बोल रहे हैं, जो कहते
हैं उसका हमारी शारीरिक भाषा यानि बॉडी लैंग्वेज के साथ सामंजस्य होना आवश्यक है.
तो चलिए जानते हैं
Body language in Hindi पढ़िए बॉडी लैंग्वेज अपनी मातृभाषा हिंदी
में
1950 के
शोधकर्ता अल्बर्ट मेहरबियन ने पाया
कि हम जो कहते हैं उसका कुल प्रभाव है:
7% मौखिक
(केवल शब्द),
38% स्वर
(आवाज़ का लहज़ा)
55% अशाब्दिक.
आपकी
बॉडी लैंग्वेज (body language) आपको लोगों को समझने और उनकी नज़रों
में आकर्षक बनने के लिए बेहतर स्थिति में लाती है.
आप यहाँ
इस Post में पढ़ सकते हैं कि आपकी आंखें, हाथ, शरीर की
मुद्रा, चेहरे के भाव, इत्यादि
कैसा होना चाहिए.
बॉडी लैंग्वेज में हमारी आँखों का रोल
आँखे
हमारी आत्मा के लिए खिड़की के समान होती हैं. आप आंख मूंद कर देख सकते हैं कि कोई
सच बोल रहा है या नहीं. खास कर आप जब किसी से मिलते हैं तो इस चीज को उसकी
आँखों में notice कर सकते हैं.
यहाँ बॉडी
लैंग्वेज के कुछ Tips दिए गये हैं जो आँखो के मूवमेंट को बताती
है-
Eye movement Tips in Hindi
- किसी व्यक्ति की
आंखें तब अधिक सक्रिय होती हैं जब वे बहुत उत्तेजित होते हैं और विशेषकर ऐसी
स्थिति में जब वे किसी समस्या को हल कर रहे होते हैं.
- आपकी भौंह (Eye
brows) में वृद्धि एक
संकेत है जो एक व्यक्ति किसी को डरा नहीं रहा है,
बल्कि खुशियाँ
दर्शा रहा है. जब आप अपना आइब्रो किसी को उठा के दिखाते हैं,
तो वे अक्सर
मुस्कुरा देते हैं.
- जब कोई आंख से
संपर्क करने से बचता है, तो इसका मतलब हो
सकता है कि वे असुरक्षित महसूस कर रहा हों, अपनी भावनाओं को
झेल रहा हो या वे झूठ बोल रहा हो.
- जब भी व्यक्ति
एक-दूसरे से कुछ रोचक और interesting बातें करते हैं,
तो उनकी आँखें
लगभग 80% समय तक दूसरे व्यक्ति के चेहरे पर focused
रखते हैं. ऐसा
बार बार होता है, ये सिर्फ़ उनकी आँखों पर ही केंद्रित नहीं रहते
हैं, बल्कि कुछ समय के लिए उनकी आँखों में,
उनकी नाक पर और
फिर वापस उनकी आँखों में देखना शुरू कर देते हैं.
- आँखों का कम होना
यानि सिकुड़ना भय, अपराधबोध या अधीनता को व्यक्त कर सकता है.
- आंखों के संपर्क
से बचना अस्वीकृति के डर से संबंधित है.
- ऐसा व्यक्ति जो
आपको धोखा दे रहा हो, वो ज्यादातर आप से नज़रें ज़रूर चुराएगा. आँखे
मिला कर नहीं बात करेगा.
- जब आप किसी को नज़र में नहीं देखते हैं,
या यूँ कहें की
आँखों में आँखे डालकर नहीं बात करते हैं तो यह आत्मविश्वास या समझ की कमी की
ओर इशारा करता है.
- आंख मिलाएं,
घूरना नहीं चाहिए
जब आंख
मिलाकर बात करते हैं तो इसका का अर्थ ये नहीं होता की हम सामने वालों की आंखों में
आंखे डालकर घूरने लगे. बातचीत के क्रम में एक बार में 7-8 सेकेंड
तक आंख मिलाकर बात करें. फिर पलक झपकाएं, फिर ऐसा
बार बार दुहरायें.
CREAT DESIGEN BY MUKESH KUMAWAT
MEF (2022) 6367249670
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Body Language Kya hai (बॉडी लैंग्वेज़
क्या है) ?
बॉडी
लैंग्वेज पढ़ने के कुछ अच्छे तरीके क्या हैं?
What is Body Language? How does it work?
Body
language kya hai : हमारे Gesture (अंग संकेत) व बॉडी पॉश्चर (अंग मुद्रा) को मिलाकर हमारी बॉडी लैंग्वेज बनती
है. हमारे उठने-बैठने का तरीका, हाथ-पांव
और आंखों की गति या eye movement ही बॉडी
लैंगवेज़ कहलाता है.
सभी
इंसान की शारीरिक भाषा यानी बॉडी लैंग्वेज अलग अलग होती है. कोई भी इंसान चाहे
कितनी भी प्यारी प्यारी बातें क्यों न कर ले, उस व्यक्ति का व्यवहार कितना भी अच्छा
क्यों न हो, यदि उसकी बॉडी लैंग्वेज में खोट है तो
इसका सामने वाले पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. और यदि उसकी बॉडी लैंग्वेज परफेक्ट
हो तो सामने वाले का दिल भी जीता जा सकता है. ऐसे में जरूरी है कि हम जो सोच रहे
हैं, जो बोल रहे हैं, जो कहते
हैं उसका हमारी शारीरिक भाषा यानि बॉडी लैंग्वेज के साथ सामंजस्य होना आवश्यक है.
तो चलिए जानते हैं
Body language in Hindi पढ़िए बॉडी लैंग्वेज अपनी मातृभाषा हिंदी
में
1950 के
शोधकर्ता अल्बर्ट मेहरबियन ने पाया
कि हम जो कहते हैं उसका कुल प्रभाव है:
7% मौखिक
(केवल शब्द),
38% स्वर
(आवाज़ का लहज़ा)
55% अशाब्दिक.
आपकी
बॉडी लैंग्वेज (body language) आपको लोगों को समझने और उनकी नज़रों
में आकर्षक बनने के लिए बेहतर स्थिति में लाती है.
आप यहाँ
इस Post में पढ़ सकते हैं कि आपकी आंखें, हाथ, शरीर की
मुद्रा, चेहरे के भाव, इत्यादि
कैसा होना चाहिए.
बॉडी लैंग्वेज में हमारी आँखों का रोल
आँखे
हमारी आत्मा के लिए खिड़की के समान होती हैं. आप आंख मूंद कर देख सकते हैं कि कोई
सच बोल रहा है या नहीं. खास कर आप जब किसी से मिलते हैं तो इस चीज को उसकी
आँखों में notice कर सकते हैं.
यहाँ बॉडी
लैंग्वेज के कुछ Tips दिए गये हैं जो आँखो के मूवमेंट को बताती
है-
Eye movement Tips in Hindi
- किसी व्यक्ति की
आंखें तब अधिक सक्रिय होती हैं जब वे बहुत उत्तेजित होते हैं और विशेषकर ऐसी
स्थिति में जब वे किसी समस्या को हल कर रहे होते हैं.
- आपकी भौंह (Eye
brows) में वृद्धि एक
संकेत है जो एक व्यक्ति किसी को डरा नहीं रहा है,
बल्कि खुशियाँ
दर्शा रहा है. जब आप अपना आइब्रो किसी को उठा के दिखाते हैं,
तो वे अक्सर
मुस्कुरा देते हैं.
- जब कोई आंख से
संपर्क करने से बचता है, तो इसका मतलब हो
सकता है कि वे असुरक्षित महसूस कर रहा हों, अपनी भावनाओं को
झेल रहा हो या वे झूठ बोल रहा हो.
- जब भी व्यक्ति
एक-दूसरे से कुछ रोचक और interesting बातें करते हैं,
तो उनकी आँखें
लगभग 80% समय तक दूसरे व्यक्ति के चेहरे पर focused
रखते हैं. ऐसा
बार बार होता है, ये सिर्फ़ उनकी आँखों पर ही केंद्रित नहीं रहते
हैं, बल्कि कुछ समय के लिए उनकी आँखों में,
उनकी नाक पर और
फिर वापस उनकी आँखों में देखना शुरू कर देते हैं.
- आँखों का कम होना
यानि सिकुड़ना भय, अपराधबोध या अधीनता को व्यक्त कर सकता है.
- आंखों के संपर्क
से बचना अस्वीकृति के डर से संबंधित है.
- ऐसा व्यक्ति जो
आपको धोखा दे रहा हो, वो ज्यादातर आप से नज़रें ज़रूर चुराएगा. आँखे
मिला कर नहीं बात करेगा.
- जब आप किसी को नज़र में नहीं देखते हैं,
या यूँ कहें की
आँखों में आँखे डालकर नहीं बात करते हैं तो यह आत्मविश्वास या समझ की कमी की
ओर इशारा करता है.
- आंख मिलाएं,
घूरना नहीं चाहिए
जब आंख
मिलाकर बात करते हैं तो इसका का अर्थ ये नहीं होता की हम सामने वालों की आंखों में
आंखे डालकर घूरने लगे. बातचीत के क्रम में एक बार में 7-8 सेकेंड
तक आंख मिलाकर बात करें. फिर पलक झपकाएं, फिर ऐसा
बार बार दुहरायें.
CREAT DESIGEN BY MUKESH KUMAWAT
MEF (2022) 6367249670age Kya hai (बॉडी लैंग्वेज़
क्या है) ?
बॉडी
लैंग्वेज पढ़ने के कुछ अच्छे तरीके क्या हैं?
What is Body Language? How does it work?
Body
language kya hai : हमारे Gesture (अंग संकेत) व बॉडी पॉश्चर (अंग मुद्रा) को मिलाकर हमारी बॉडी लैंग्वेज बनती
है. हमारे उठने-बैठने का तरीका, हाथ-पांव
और आंखों की गति या eye movement ही बॉडी
लैंगवेज़ कहलाता है.
सभी
इंसान की शारीरिक भाषा यानी बॉडी लैंग्वेज अलग अलग होती है. कोई भी इंसान चाहे
कितनी भी प्यारी प्यारी बातें क्यों न कर ले, उस व्यक्ति का व्यवहार कितना भी अच्छा
क्यों न हो, यदि उसकी बॉडी लैंग्वेज में खोट है तो
इसका सामने वाले पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. और यदि उसकी बॉडी लैंग्वेज परफेक्ट
हो तो सामने वाले का दिल भी जीता जा सकता है. ऐसे में जरूरी है कि हम जो सोच रहे
हैं, जो बोल रहे हैं, जो कहते
हैं उसका हमारी शारीरिक भाषा यानि बॉडी लैंग्वेज के साथ सामंजस्य होना आवश्यक है.
तो चलिए जानते हैं
Body language in Hindi पढ़िए बॉडी लैंग्वेज अपनी मातृभाषा हिंदी
में
1950 के
शोधकर्ता अल्बर्ट मेहरबियन ने पाया
कि हम जो कहते हैं उसका कुल प्रभाव है:
7% मौखिक
(केवल शब्द),
38% स्वर
(आवाज़ का लहज़ा)
55% अशाब्दिक.
आपकी
बॉडी लैंग्वेज (body language) आपको लोगों को समझने और उनकी नज़रों
में आकर्षक बनने के लिए बेहतर स्थिति में लाती है.
आप यहाँ
इस Post में पढ़ सकते हैं कि आपकी आंखें, हाथ, शरीर की
मुद्रा, चेहरे के भाव, इत्यादि
कैसा होना चाहिए.
बॉडी लैंग्वेज में हमारी आँखों का रोल
आँखे
हमारी आत्मा के लिए खिड़की के समान होती हैं. आप आंख मूंद कर देख सकते हैं कि कोई
सच बोल रहा है या नहीं. खास कर आप जब किसी से मिलते हैं तो इस चीज को उसकी
आँखों में notice कर सकते हैं.
यहाँ बॉडी
लैंग्वेज के कुछ Tips दिए गये हैं जो आँखो के मूवमेंट को बताती
है-
Eye movement Tips in Hindi
- किसी व्यक्ति की
आंखें तब अधिक सक्रिय होती हैं जब वे बहुत उत्तेजित होते हैं और विशेषकर ऐसी
स्थिति में जब वे किसी समस्या को हल कर रहे होते हैं.
- आपकी भौंह (Eye
brows) में वृद्धि एक
संकेत है जो एक व्यक्ति किसी को डरा नहीं रहा है,
बल्कि खुशियाँ
दर्शा रहा है. जब आप अपना आइब्रो किसी को उठा के दिखाते हैं,
तो वे अक्सर
मुस्कुरा देते हैं.
- जब कोई आंख से
संपर्क करने से बचता है, तो इसका मतलब हो
सकता है कि वे असुरक्षित महसूस कर रहा हों, अपनी भावनाओं को
झेल रहा हो या वे झूठ बोल रहा हो.
- जब भी व्यक्ति
एक-दूसरे से कुछ रोचक और interesting बातें करते हैं,
तो उनकी आँखें
लगभग 80% समय तक दूसरे व्यक्ति के चेहरे पर focused
रखते हैं. ऐसा
बार बार होता है, ये सिर्फ़ उनकी आँखों पर ही केंद्रित नहीं रहते
हैं, बल्कि कुछ समय के लिए उनकी आँखों में,
उनकी नाक पर और
फिर वापस उनकी आँखों में देखना शुरू कर देते हैं.
- आँखों का कम होना
यानि सिकुड़ना भय, अपराधबोध या अधीनता को व्यक्त कर सकता है.
- आंखों के संपर्क
से बचना अस्वीकृति के डर से संबंधित है.
- ऐसा व्यक्ति जो
आपको धोखा दे रहा हो, वो ज्यादातर आप से नज़रें ज़रूर चुराएगा. आँखे
मिला कर नहीं बात करेगा.
- जब आप किसी को नज़र में नहीं देखते हैं,
या यूँ कहें की
आँखों में आँखे डालकर नहीं बात करते हैं तो यह आत्मविश्वास या समझ की कमी की
ओर इशारा करता है.
- आंख मिलाएं,
घूरना नहीं चाहिए
जब आंख
मिलाकर बात करते हैं तो इसका का अर्थ ये नहीं होता की हम सामने वालों की आंखों में
आंखे डालकर घूरने लगे. बातचीत के क्रम में एक बार में 7-8 सेकेंड
तक आंख मिलाकर बात करें. फिर पलक झपकाएं, फिर ऐसा
बार बार दुहरायें.
CREAT DESIGEN BY MUKESH KUMAWAT
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